U.P.Gov.Reg.no. 615 /16-17 मनुष्य की सहायता प्रथम धर्म है। उ.प्र.सरकार पंजी. सं. 615 /16-17
USS Foundation India
हमारा देश जनसंख्या के मामले में विश्व में दूसरा स्थान रखता है। और हम सब की लापरवाही इस कदर है। कि ना ही हमलोग नियमों को मानते हैं। और ना ही अपने कर्तव्यों का पालन करते हैं। जिसका परिणाम अब सबको भुगतना पड़ेगा। मानते हैं कि,
हम यौवन अवस्था में है। और हमारा शरीर कोरोनावायरस को हरा देगा। लेकिन हमारे आसपास के जो लोग उम्रदराज हैं। जिनके शरीर में कोई न कोई दिक्कत है। किसी बिमारी से ग्रसित है। अगर उनके संपर्क में आते हैं। तो वह कैसे ठीक होंगे। उनको तो कोरोना से हारना ही पड़ेगा। और अपनी जान गवा देनी पड़ेगी।
हम इस तरह बेखौफ घूम रहे हैं। कि मानो कोरोना है। ही नहीं, और इसका खौफ खत्म हो चुका है। लेकिन अब परिणाम सामने आने लगा है। अब कोरोना ने रफ्तार पकड़ी है। इसमें हम सब लोगों की लापरवाही के कारण जरूर कई परिवार अपने माता, पिता, भाई, बहन, बेटा,
बेटी को खो देगा। हमलोग अपने कर्तव्य को भूल चुके हैं। हमलोग अपने कार्यों को सही ढंग से नहीं कर रहे हैं। अपने कर्तव्य को सही तरीके से नहीं निभा रहे हैं। हमलोग नियमों को तोड़ने में ही अपनी महानता समझ रहे हैं।
अगर अभी नहीं समझे और नियमों का पालन नही किए। तो वह दिन दूर नहीं जब पूरा देश महामारी में जकड़ जाएगा। और इससे निकलना नामुमकिन हो जाएगा। और बहुत बड़े स्तर पर बर्बादी होगी। अभी भी वक्त है। संभल जाइए, जान है तो जहान है। जिंदा रहेंगे तभी आप जीवन का आनंद ले सकेंगे।
लेखनी - शशि शंकर पटेल जी
( सचिव - यू.एस.एस.फाउण्डेशन )